April 2, 2025, Wednesday, 1:20 am

MS Dhoni: अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को झटके में अलविदा कहने वाले धोनी IPL को बाय बोलने में इतना वक्त क्यों ले रहे हैं?

MS Dhoni: एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट का बहुत बड़ा नाम हैं. उन्हें भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान होने के साथ साथ सबसे सफल विकेटकीपर और खतरनाक बल्लेबाज होने का दर्जा भी प्राप्त है. वे बेस्ट फिनिशर के रुप में जाने जाते हैं. टीम इंडिया के लिए जो भी उनकी सर्विस...

MS Dhoni: एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट का बहुत बड़ा नाम हैं. उन्हें भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान होने के साथ साथ सबसे सफल विकेटकीपर और खतरनाक बल्लेबाज होने का दर्जा भी प्राप्त है. वे बेस्ट फिनिशर के रुप में जाने जाते हैं. टीम इंडिया के लिए जो भी उनकी सर्विस रही है उसकी भरपाई दूसरा कोई भी क्रिकेटर नहीं कर सकता. 2004 में अपना पहला मैच खेलने वाले धोनी ने अपना आखिरी मैच 9 जुलाई 2019 को खेला था. इसके बाद उन्होंने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. 

अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से एक झटके में संन्यास 

धोनी ने भारतीय टीम के लिए 15 साल खेले. इन 15 सालों में जो सफलता, दौलत, शोहरत उन्होंने पाई वो भारतीय क्रिकेट में शायद किसी को नहीं मिला लेकिन जब वक्त आया तो उन्होंने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने में थोड़ा भी समय नहीं लिया. 2014 में उन्होंने टेस्ट छोड़ दिया था और फिर 2019 में अपना आखिरी वनडे खेलने के 1 साल बाद 15 अगस्त 2020 को अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. अचानक संन्यास के फैसले ने सभी को चौकाया था लेकिन तब 37 साल के हो चुके धोनी का यह फैसला सही था क्योंकि वे समझ गए थे कि शायद वे टीम की उम्मीद को पूरा नहीं कर पा रहे हैं.  इसलिए उनके फैसले का स्वागत हुआ. सवाल ये है कि धोनी आईपीएल से क्यों नहीं अलग हो पा रहे. 

IPL से संन्यास में देरी क्यों?

एमएस धोनी 43 साल के हो चुके हैं और अभी भी आईपीएल से संन्यास लेने संबंधी कोई खबर न हीं उनके और न हीं सीएसके की तरफ से आई है. खबर ये भी है कि सीएसके ऐसी नीति पर काम कर रहा है जिससे अगले साल होने वाले मेगा ऑक्शन से पहले वो धोनी को रिटेन कर सके. खबर ये भी है कि बीसीसीआई 5 साल पहले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके खिलाड़ी को अनकैप्ड प्लेयर के रुप में रिटेन करने वाला नियम लागू कर सकती है. अगर ऐसा होता है तो धोनी आईपीएल 2025 में भी दिखेंगे.

सवाल ये है कि आखिर कब तक धोनी खेलेंगे. 43 साल के हो चुके धोनी के पिछले कुछ साल के प्रदर्शन पर नजर डालें तो पिछले 5 साल में 74 मैच में महज एक अर्धशतक लगाते हुए उन्होंने 811 रन बनाए हैं. पिछले 5 सालों में वे बल्लेबाजी के लिए निचले क्रम में आते हैं तब तक मैच सीएसके या तो जीत चुकी होती है या फिर हार चुकी होती है. ऐसे में इस प्रदर्शन के आधार पर तो सीएसके धोनी को रिटेन नहीं करना चाहेगी. फिर ऐसा क्या है जो सीएसके धोनी के पीछे है.

दरअसल, संन्यास के बाद भी धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े ब्रांड हैं. लोकप्रियता और विज्ञापन जगत में धोनी को सिर्फ विराट कोहली ही टक्कर देते हैं. ये बात सीएसके को अच्छी तरह पता है कि धोनी जब तक टीम के साथ जुड़े हैं टीम की फैन फॉलोइंग और ब्रैंड वैल्यू बनी हुई है इसलिए वो किसी भी कीमत पर धोनी को अपने साथ जोड़े रखना चाहती है.

वहीं सीएसके से मोटी कमाई करने वाले धोनी को भी पता है कि आईपीएल में खेलने की वजह से ही उनका विज्ञापन जगत में पकड़ मजबूत है इसलिए जबतक खेला जा सकता है वे आईपीएल खेलते रहेंगे ताकि उन्हें आर्थिक घाटा न हो. इस तरह सीएसके और धोनी एक दूसरे की मजबूरी हैं और धोनी के आईपीएल में लगातार बने रहने का कारण उनका आर्थिक पक्ष है. इसलिए संभव है कि धोनी जिस तरह हर साल की संन्यास की संभावना को टालकर आईपीएल दिख जाते हैं अगले सीजन और उसके अगले सीजन भी दिखें. 

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